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नगर में बर्बर
Book Details
- Choose Book Type:
- Pages:144 pages
- Edition Year:2019
- Publisher:Parikalpana Prakashan
- Language:Hindi
- ISBN:9788187425496
Book Description
अँधेरे समय की कुछ कविताएँ और कुछ क़िस्से पिछले कुछ वर्षों में कविता कृष्णपल्लवी ने एक महत्वपूर्ण युवा कवयित्री और लेखिका के रूप में पाठकों का ध्यान खींचा है। अपने समय की विसंगतियों और विद्रूपताओं को कभी वे व्यंग्य के नश्तर से उधेड़ डालती हैं, तो कभी सीधे हाथ बढ़ाकर तमाम पर्देदारियों को हटा देती हैं। आज के समय की ‘अमानवीय और आश्चर्यजनक, लेकिन तार्किक बेवक़ूफ़ियों और बेतुकी बातों का अति-यथार्थवादी थिएटर’ हो, या ‘वामपन्थ की चूनर ओढ़े सत्ता संग रास’ रचाने वाले हों, कृष्णपल्लवी की ‘विद्वत्तापूर्ण, सुन्दर भ्रमों और झूठों के विरोध में सीधे-सादे सच की अनगढ़-फूहड़ कविता’ किसी को नहीं बख़्शती। मगर तीखे व्यंग्य और गहरी अन्तर्दृष्टि से लैस अपनी कविताओं और क़िस्सों की सबसे प्रखर धार वे सत्ता में क़ाबिज़ फ़ासिस्टों के लिए सुरक्षित रखती हैं। उनकी अनेक कविताओं और क़िस्सों में स्त्री मन और जीवन के रहस्य और सपने, दर्द और उम्मीदें भी जीवन्त हो उठते हैं। उनकी चुनिन्दा कविताओं और आज के समय पर मारक व्यंग्य से सराबोर दिलचस्प क़िस्सों का यह पहला संकलन परिकल्पना प्रकाशन से प्रकाशित हुआ है।