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ईश्वर को मोक्ष
Book Details
- Choose Book Type:
- Pages:140 pages
- Edition Year:2008
- Publisher:Parikalpana Prakashan
- Language:Hindi
- ISBN:9788189760236
Book Description
नीलाभ की कविता ‘हर क़िस्म की मृत्यु से नफ़रत और हर क़िस्म के जीवन से प्यार की कविता’ है। अपनी पीढ़ी के कवियों के व्यापक वर्णक्रम में नीलाभ के कवित्व का अपना अलग रंग है। उनकी कविता मानव जीवन के वैविध्यपूर्ण लैण्डस्केप, सीस्केप और माउण्टेनस्केप के विस्तार में मानवीय सारतत्त्व और जिजीविषा के उत्सों का सन्धान करती हुई कभी वेणुगोपाल, कभी राजेश जोशी, कभी आलोकधन्वा, कभी अरुण कमल, कभी गोरख पाण्डेय, कभी वीरेन डंगवाल या कभी विष्णु खरे की कविता के निकट से गुज़रती है, लेकिन चीज़ों को देखने-समझने का कोण हरदम उनका अपना होता है और उनका शैली-वैशिष्ट्य हरदम बना रहता है। नीलाभ की कविता एक यायावर-हृदय कवि की यायावर कविता है जिसने अपनी लगभग चार दशक लम्बी यात्रा के दौरान गुरुत्व और आवेग के विरल द्वन्द्वात्मक तनावपूर्ण सन्तुलन के साथ ही व्यापक वैविध्य भी अर्जित किया है। कविता नीलाभ के लिए जीवन जीने का एक बेहतर ढंग है, एक ख़ूबसूरत लेकिन युयुत्सु प्रक्रिया है। जीवन में जो उनका विकल और क्षुब्ध नैतिकता-बोध है, कविता में वही उनका सौन्दर्य-बोध है। अपनी लम्बी सृजन यात्रा के दौरान नीलाभ ने वसन्तों, पतझड़ों, बारिशों, स्मृतियों, स्वप्नों, आकांक्षाओं, ओस, आँसू, पसीने, ख़ून, उदासियों-मायूसियों, नींद, उनींदेपन, प्यार के जन्म और क्षरण-विघटन आदि तमाम जीवन-लीलाओं और प्रकृति-क्रीड़ाओं की अपनी कविता में कुछ इस तरह से कभी ठोस तो कभी तरल भाषा में इन्दराज़ी की है कि उनकी काव्ययात्रा में मनुष्यता के पदचिह्नों की निशानदेही की जा सकती है। अन्तिम मूल्यांकन के तौर पर, उनकी कविता जीवन के भविष्य में विश्वास रखने वाली ऐसी कविता है जो कविता के भविष्य में विश्वास रखने वाले जीवन से उपजी है।